मुस्कान मोटर गैरेज के पास बनाई जा रही इल्लीगल कॉलोनी, 500 से 800 कालोनियों की गई डेवलप

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8 दिसंबर, जालंधर/फगवाड़ा : लुधियाना के आसपास अवैध कालाेनियाें का मकड़जाल है। सरदार धर्म कांटे के पास पेट्रोल पंप के पास मुस्कान मोटर गैरेज के पास दोसांझ कला फगवाड़ा के अंदर अवैध रूप से  इल्लीगल कॉलोनी की ऊसारी की गई है। कोई कारवाई नही, जबकि रोज यहां पर सड़कों का काम चल रहा है हाल ही में ताजा सड़क बनाई गई है ट्रैक्टर के निशान हैं कई बार गलाडा द्वारा इस कॉलोनी का काम रुकवा दिया गया लेकिन अभी तक काम चालू है।

1431 अवैध कालोनियों का डाटा तो ग्लाडा के पास 2018 में था। उसके बाद भी 500 से 800 नई अवैध कालोनियों डेवलप हो चुकी हैं जिनका डाटा ग्लाडा के पास नहीं है। 1431 में से भी गिनी चुनी कालोनियों को ही मंजूरी मिली है। इस तरह शहर के आसपास अब भी 2600 से ,2700 अवैध कालोनियां हैं। ज्यादातर अवैध कालोनियां दोसांजकलां, राहों रोड, दक्षिणी बाइपास, ताजपुर रोड, पक्खोवाल रोड, मुल्लापुर, हंबड़ा रोड, चंडीगढ़ रोड, माछीवाड़ा कोहाड़ा रोड, साहनेवाल के आसपास हैं।

यह रहे अवैध कालोनियां कटने के तीन बड़े कारण

1-ग्लाडा से कालोनी अप्रूव करवाने के लिए मापदंड हैं कठिन
ग्लाडा से कालोनी अप्रूव करवाने के लिए सड़कों की चौड़ाई, पार्क, एसटीपी प्लांट, वाटर सप्लाई टैंक बनाने होते हैं। इसमें काफी जगह लग जाती है। इसके अलावा फीस के तौर पर भी मोटी राशि जमा करवानी पड़ती है।

2-अप्रवूड कालोनियों में प्लाट हो जाते हैं महंगे
कालोनाइजर को कालोनियां अप्रूव करवाने में काफी सारी औपचारिकताएं पूरी करनी होती हैं। इसके लिए कालोनी में काफी सारी जगह सार्वजनिक प्रयोग के लिए रिजर्व रखनी होती है। ऐसे में कालोनाइजर उनकी कीमत भी प्लाट की कीमत में जोड़ लेता है। इसलिए प्लाट की कीमत बढ़ जाती है। जिसकी वजह से यह प्लाट आम आदमी की पहुंच से बाहर हो जाते हैं।

3-छाेटी किस्ताें पर प्लाट बेचते हैं कालोनाइजर
अन अप्रूव्ड कालोनी में ग्राहक के हिसाब से प्लाट काट लेते हैं। यही नहीं कालोनाइजर प्लाट खरीदने वालों को छोटी छोटी किस्तों पर भी प्लाट बेच देते हैं। इसलिए लोग अवैध कालोनियों में प्लाट लेकर कालोनाइजरों के झांसे में आ जाते हैं।

ऐसे बचें अवैध कालोनियों में प्लाट खरीदने से
प्लाट खरीदने जाते हैं तो सबसे पहले पता करें कि जिस जगह वह प्लाट खरीद रहे हैं कि वह निगम के अधीन है या ग्लाडा के। उसके बाद कालोनाइजर से उसकी कालोनी का नंबर व नाम पूछें।

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