Punjab news point : मानसून की बारिश आफत और जानलेवा बन गई है। इतनी बारिश हो रही है कि राजधानी दिल्ली तक डूब गई। उत्तराखंड में भारी बारिश से बादल फटे और केदारनाथ यात्रा रोकनी पड़ी। असम पहले से बाढ़ के पानी में डूबा है। वहीं अब हिमाचल प्रदेश में आज सुबह बादल फटने से भीषण तबाही मची है। आज सुबह 3 जिलों शिमला, कुल्लू और मंडी में बादल फटा।
शिमला के रामपुर, कुल्लू के निरमंड और मंडी में बादल फटने के बाद 30 से ज्यादा लोग लापता हो गए हैं। एक व्यक्ति का शव मिल चुका है। अकेले रामपुर में 20 लोग लापता हैं। मनाली कुल्लू लेह हाईवे ब्लॉक हो गया है। सड़कें, मकान और अस्पताल क्षतिग्रस्त हुए हैं। मंडी जिले में सभी स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। आइए देखते हैं कि मानसून की बारिश से देशभर में कैसे हालात हैं?
राजधानी दिल्ली के साथ-साथ उत्तराखंड में भारी बारिश से बादल फटे और तबाही मची। बीते दिन पहले टिहरी में, फिर केदारनाथ रोड पर बादल फटे। इसके बाद मंदाकनी नदी उफान पर बहने लगी। गौरीकुंड से सोनप्रयाग तक भगदड़ के हालात बन गए। सोनप्रयाग और गौरीकुंड के होटल खाली कराए गए। रुद्रप्रयाग के DM सौरभ गहरवार ने केदारनाथ यात्रा रोकने के आदेश दे दिए। बादल फटने से तप्तकुंड और केदारनाथ पैदल मार्ग बह गया। करीब 25 मीटर चौड़ी सड़क ध्वस्त हुई है। 200 से ज्यादा श्रद्धालुओं को को भीमबली GMVN में ठहराया गया है। जंगलचट्टी से भीमबली के बीच लिंचोली के पास बादल फटे। इससे पहले टिहरी जिले के घनसाली में ग्राम पंचायत जखन्याली के नौताड़ तोक में बादल फटा था। इसकी चपेट में आने से पति-पत्नी की मौत हुई थी।

