Punjab news point : चंद्रयान-3 अपने 40 दिन के सफर के बाद आज चंद्रमा पर सफलता पूर्वक लैंड कर लिया है। इन 40 दिनों में लैंडर मॉड्यूल ने पृथ्वी की 21 और चंद्रमा की 120 बार परिक्रमा की है। लैंडर ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग की है। इसके बाद भारत दुनिया का इकलौता देश है, जो दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचा है। जबकि रूस, संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बाद भारत चंद्रमा पर रोवर उतारने वाला चौथा देश है।
चंद्रमा पर भारत के कदम रखते ही पूरे देश में खुशी का माहौल है। इसरो के कमांड सेंटर में भी वैज्ञानिक झूम उठे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोहान्सबर्ग से वर्चुअली जुड़कर चंद्रयान-3 की लैंडिंग देखी। पीएम मोदी ने कहा कि भारत अब चंद्रमा पर है। उन्होंने कहा कि हमने धरती पर संकल्प किया और चांद पर उसे साकार किया।
- लैंडर की ऊंचाई चंद्रमा की सतह से 50 मीटर है। दोनों इंजन बेहतरीन काम कर रहे हैं।
- रफ ब्रेकिंग फेज, फाइन ब्रेकिंग प्रक्रिया के बाद वर्टिकल डिसेंड प्रोसेस शुरू किया गया है। लैंडर 67 मीटर प्रति सेकेंड की स्पीड से नीचे उतर रहा है।
- सबकुछ प्रक्रिया के तहत चल रहा है। अभी लैंडर मॉड्यूल 3 किमी पर है। लैंडिंग की करीब 70 फीसदी यात्रा पूरी हो चुकी है।
- वैज्ञानिकों ने रफ ब्रेकिंग फेज की शुरुआत की है। इसमें प्रक्रिया में लैंडर की वेलोसिटी घटाई जा रही है। लैंडर की ऊंचाई कम की जा रही है। अच्छे संकेत सामने आए हैं।
- इसरो चीफ एस सोमनाथ चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग देखने के लिए बेंगलुरु के मिशन कंट्रोल कॉम्प्लेक्स में मौजूद हैं।
- चंद्रयान-3 के लैंडर की चंद्रमा पर लैंडिंग देखने के लिए केंद्रीय राज्यमंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह दिल्ली में सीएसआईआर मुख्यालय में मौजूद हैं।
- दिल्ली सीएसआईआर के वरिष्ठ वैज्ञानिक सत्यनारायण ने कहा कि हम चंद्रमा की सतह को छूने वाले चार देशों में शामिल होने जा रहे हैं। असफलताओं ने हमने बहुत कुछ सीखा है।