उत्तरकाशी सुरंग हादसा: थाईलैंड की गुफा से बच्चों को निकालने वालों की ली गई मदद

घटना देश

Punjab news point : भूस्खलन और तकनीकी समस्याओं के कारण बचाव प्रयासों में बाधा आने के बाद, भारतीय वायु सेना के तीन विशेष विमान उन 40 मजदूरों के लिए 25 टन की आशा की किरण लेकर आई, जो तीन दिनों से अधिक समय से उत्तराखंड में एक सुरंग में फंसे हुए हैं. अब इस बचाव अभियान में थाईलैंड और नॉर्वे के उन विशेषज्ञों की भी मदद ली जा रही है, जिन्होंने वर्ष 2018 में एक गुफा में फंसे बच्चों को बचाने में मदद की थी. बता दें कि यह घटना रविवार की सुबह उत्तरकाशी में चार धाम मार्ग पर घटी थी और 4 दिन बीत जाने के बाद भी इन मजदूरों को सुरंग से निकाला नहीं जा सका है.विशेष मशीन, जिसे दिल्ली से साइट पर लाया गया है, एक घंटे में 4-5 मीटर मलबे में घुस सकती है और अगर सब कुछ ठीक रहा, तो 10-12 घंटों में बचाव पाइप को उस स्थान पर पहुंचाने में मदद मिलेगी जहां मजदूर फंसे हुए हैं. पाइप का व्यास 900 मिमी है, जो पुरुषों के लिए निकालने के लिए पर्याप्त होगा.

बचाव में शामिल टीमों ने थाईलैंड की एक कंपनी से संपर्क किया है, जिसने 2018 में उत्तरी थाईलैंड के चियांग राय प्रांत में एक गुफा प्रणाली, थाम लुआंग नांग नॉन में फंसी एक जूनियर एसोसिएशन फुटबॉल टीम को बचाने में मदद की थी. उस बचाव प्रयास में एक सप्ताह से अधिक समय लगा था और इसमें 10,000 से अधिक लोग शामिल थे और, अधिकारियों ने कहा, कंपनी की विशेषज्ञता अमूल्य होगी.सुरंग के अंदर ऑपरेशन कैसे किया जाए, इस पर सुझाव के लिए नॉर्वेजियन जियोटेक्निकल इंस्टीट्यूट से भी मदद ली जा रही है. ऐसे सुझाव भारतीय रेलवे और उससे संबद्ध निकायों जैसे रेल विकास निगम लिमिटेड, रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस (RITES) और इंडियन रेलवे कंस्ट्रक्शन इंटरनेशनल लिमिटेड के विशेषज्ञों से भी लिए जा रहे हैं.

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *