Punjab news point : केंद्र की मोदी सरकार आतंकवाद के खिलाफ काफी सख्त है। इसे लेकर केंद्र ने आतंकवादी संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) पर बैन की अवधि बढ़ाने का फैसला लिया है। सिमी पर प्रतिबंध की समय सीमा अगले 5 साल तक के लिए बढ़ा दी गई है। इसे लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर जानकारी दी है। आइये जानते हैं कि क्या है सिमी।
साल 1977 के अप्रैल महीने में स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) की स्थापना हुई थी और यह एक आतंकवादी संगठन है। मोहम्मद अहमदुल्ला सिद्दीकी ने सिमी की स्थापना की थी। हालांकि, यह भी कहा जाता है कि साल 1956 में बना आतंकी संगठन जमात ए इस्लामी से ही सिमी निकला है।
साल 2001 में लगा था सिमी पर प्रतिबंध
देश में साल 2001 में सिमी पर पहली बार प्रतिबंध लगा था। केंद्र सरकार की यह कार्रवाई 9/11 आतंकी हमले के बाद की गई थी। आरोप था कि आतंकवादी संगठनों से संबंध और आतंकी हमलों में सिमी भी शामिल है। बीच में कुछ दिनों के लिए प्रतिबंध हटा था, लेकिन फिर सुप्रीम कोर्ट ने बैन लगाने का आदेश दे दिया।
सिमी पर बैन की अवधि बढ़ाने पर क्या बोले अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को एक्स पर पोस्ट करते हुए सिमी पर बैन लगाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के तहत मोदी सरकार ने यूएपीए के तहत सिमी को अगले पांच साल तक के लिए ‘गैरकानूनी संघ’ घोषित किया है। सिमी ने भारत की सुरक्षा, संप्रभुता और अंखडता को खतरे में डालने का काम किया और शांति एवं सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के लिए आतंकवाद को बढ़ाने की कोशिश की।
कई आतंकी हमलों में सिमी का नाम आया सामने
सिमी एक आतंकवादी संगठन है। देश में हुए कई आतंकी हमलों में इस संगठन का नाम सामने आया है। साल 2006 में मालेगांव और मुंबई बम विस्फोट में सिमी शामिल था। दिल्ली सीरियल ब्लास्ट में भी इस संगठन का हाथ था। आरोप है कि सिमी ने आईएसआई के साथ मिलकर देश में कई आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया।