जालंधर: पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार बनने के बाद बड़ी संख्या में नेताओं ने ‘झाड़ू’ थामा है। ऐसे नेताओं और वर्कर्स की संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। पुराने आप नेताओं और वालंटियरों के विरोध के बाद हाईकमान ने इस पर सख्ती दिखाना शुरू कर दी है। अब से किसी भी नेता की आप में एंट्री से पहले हाईकमान से स्वीकृति लेनी होगी।
पहले संबंधित नेता का प्रोफाइल हाईकमान को भेजना होगा, वहां स्वीकृति के बाद ही उसे पार्टी में प्रवेश दिया जाएगा। इसे लेकर हाईकमान ने आदेश जारी कर दिए हैं। इन्हें पदाधिकारियों तक भी पहुंचाया जा चुका है। इसमें चेतावनी दी गई है कि अगर किसी नेता या पदाधिकारी ने आदेश का उल्लंघन किया तो उन पर कार्रवाई भी की जाएगी।
पिछले कुछ समय से अमृतसर में पार्टी में शामिल हो रहे अन्य दलों के पार्षदों का मामला इतना गर्माया कि पार्टी हाईकमान को इस पर सख्ती से आदेश जारी करने पड़े। हाकईमान ने आदेश जारी किए कि अगर नेता को पार्टी ज्वाइन करवानी है तो उसका प्रोफाइल पहले जिला प्रधान के पास भेजा जाएगा।
सरकार बनते ही 36 पार्षदों ने थामा था पार्टी का दामन
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सत्ता आने के बाद अब तक करीब 36 पार्षदों ने आम आदमी पार्टी का दामन थामा है। इसमें 28 कांग्रेस पार्टी से संबंधित है, जबकि बाकी अकाली दल व भारतीय जनता पार्टी के पार्षद हैं। इन पार्षदों को मेयर कर्मजीत सिंह रिंटू ने पार्टी ज्वाइन करवाई गई थी। इस पर कई सवाल भी उठे थे कि पार्षद को पार्टी में शामिल करने की जानकारी विधायकों को नहीं दी गई। यह मामला पार्टी हाईकमान के पास पहुंचा तो