Punjab news point : भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित अटारी बॉर्डर पर पर रात 12 बजे शांति के संदेश के साथ 77वें स्वतंत्रता दिवस का आगाज हो गया। सोमवार-मंगलवार की मध्यरात्री को अमन दोस्ती यात्रा निकाली गई। जिसमें पूरे भारत से लोग पहुंचे और दोनों देशों की सरकारों को उज्जवल भविष्य के लिए एक होने का संदेश दिया।
इस दौरान कैंडल मार्च भी निकाला गया व बंटवारे में मारे गए 10 लाख लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। लोगों ने हिंदू-पाक भाईचारा जिंदाबाद के नारे लगाए। स्वतंत्रता की रात अटारी बॉर्डर पर बना स्वर्ण द्वार भी तिरंगे के रंग में रंगा नजर आया।हिंद-पाक दोस्ती मंच, फोकलोर रीसर्च अकादमी की तरफ से पंजाब जागृति मंच, साफमा, हिंद-पाक पीपल्स फोरम फॉर पीस और डेमोक्रेसी सरबत दा भला ट्रस्ट की तरफ से इस शांति मार्च को निकालते हुए 28 साल पूरे हो गए हैं।
10 लाख लोगों को भी याद करना चाहिए
आजादी के अवसर पर दोनों देशों को प्यार का संदेश देने पहुंचे लोगों का कहना था कि बंटवारे में पंजाब और बंगाल दो राज्यों ने सबसे अधिक दर्द सहा। 10 लाख लोग मारे गए थे। आजादी के इस अवसर पर इन शहीदों को भी याद करना चाहिए। उनकी आत्मिक शांति के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।
दोनों देशों की सरकारों को एक होने की सलाह
इस दौरान नोएडा से अटारी सीमा पर पहुंची नियमद तोहीद ने दोनों देशों की सरकारों को अपने भविष्य के लिए एक होने की सलाह दी। उन्होंने ने कहा कि वह बहुत खुश हैं कि वह इस हिंद-पाक दोस्ती के लिए उठाए गए कदम का आज हिस्सा बनी हैं।
लुधियाना से पहुंची मनदीप कौर ने बताया कि वह पहली बार इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए अटारी बॉर्डर पर पहुंची हैं। यहां का माहौल देख खुशी हुई कि पूरे देश के लोग इकट्ठे हुए हैं और दोनों देशों में अमन-शांति के लिए दुआ कर रहे हैं।
सरहद पर मिठाइयां होंगी एक्सचेंज
भारत पाकिस्तान सरहद पर BSF व पाक रेंजर्स बीते दिन से ही खुशियां मना रहे हैं। बीते दिन अटारी-वाघा सीमा पर BSF ने पाक रेंजर्स को पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी व उपहार में मिठाइयां दी। वहीं पाक रेंजर्स ने मिठाइयां देकर BSF का धन्यवाद भी किया।
आज पाक रेंजर्स व BSF के जवान एक बार फिर सरहद पर इकट्ठे होंगे और एक दूसरे को मिठाइयां देंगे।