इजरायल संग नहीं खड़े होना चाहते रूस-चीन! UN में US के प्रस्ताव पर लगाया वीटो

International अन्य खबर घटना

Punjab news point : रूस और चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में गाजा तक मानवीय मदद पहुंचाने के लिए युद्ध विराम का आह्वान करने वाले अमेरिका के नेतृत्व में लाए एक प्रस्ताव के मसौदे पर वीटो का इस्तेमाल किया. इसके बाद ब्रिटेन और अमेरिका ने भी इजरायल-हमास संघर्ष पर रूस द्वारा लाए गए एक विपरीत प्रस्ताव के खिलाफ वीटो इस्तेमाल किया.

संयुक्त राष्ट्र की 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद ने इजरायल-हमास संघर्ष पर अमेरिका तथा रूस द्वारा पेश किए दो विरोधी प्रस्तावों पर वीटो किया. अमेरिका द्वारा पेश किए गए पहले प्रस्ताव में कहा गया है कि सदस्य देशों को आतंकवादी कृत्यों से शांति तथा सुरक्षा के लिए पैदा किए गए खतरों के खिलाफ अपनी रक्षा करने का अधिकार है. इसमें हमास आतंकवादियों द्वारा शासित क्षेत्र गाजा में पूर्ण, त्वरित, सुरक्षा तथा निर्बाध पहुंच के लिए सभी उपाय करने का आह्वान किया गया है.

सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों रूस तथा चीन ने अमेरिका द्वारा पेश किए इस प्रस्ताव पर वीटो का इस्तेमाल किया. संयुक्त अरब अमीरात ने भी प्रस्ताव के मसौदे के खिलाफ वीटो किया. इसके पक्ष में 10 (अल्बानिया, फ्रांस, इक्वाडोर, गाबोन, घाना, जापान, माल्टा, स्विट्जरलैंड, ब्रिटेन, अमेरिका) सदस्यों ने वोट किया तथा ब्राजील और मोजाम्बिक मतदान से दूर रहे.

इस प्रस्ताव पर मतदान से पहले संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा था कि वॉशिंगटन ने मजबूत और संतुलित प्रस्ताव पर आम सहमति बनाने का प्रयास किया है. उन्होंने रूस तथा चीन द्वारा इस प्रस्ताव के खिलाफ वीटो किए जाने पर निराशा जताई और सुरक्षा परिषद के सदस्यों से रूस के प्रस्ताव पर वोट देकर मॉस्को के ‘‘निंदनीय और गैरजिम्मेदाराना बर्ताव’’ को बढ़ावा न देने का अनुरोध किया.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *