Punjab news point : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने सजा पूरी कर चुके 9 बंदी सिंहों की रिहाई के लिए पंजाब के राज्यपाल श्री बनवारी लाल पुरोहित से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में एडवोकेट धामी सहित शिरोमणि कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष स. हरभजन सिंह मसाना, जूनियर उपाध्यक्ष गुरबख्श सिंह खालसा, महासचिव भाई राजिंदर सिंह मेहता, सदस्य एडवोकेट भगवंत सिंह सियालका, उप सचिव स. लखबीर सिंह और एस. वक्ता थे.इस मुलाकात के दौरान शिरोमणि कमेटी प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल पंजाब को मांग पत्र के साथ शिरोमणि कमेटी के हस्ताक्षर अभियान के तहत सदस्यों द्वारा भरे गए 26 लाख प्रोफार्मा का पूरा विवरण सौंपा। भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के नाम पंजाब के राज्यपाल को दिए गए ज्ञापन में दोहरी आजीवन कारावास की सजा काट चुके 9 बंदी सिंहों की रिहाई की मांग की गई है। इनमें भाई गुरदीप सिंह खेड़ा, प्रोफेसर दविंदरपाल सिंह भुल्लर, भाई बलवंत सिंह राजोआना, भाई जगतार सिंह हवारा, भाई लखविंदर सिंह लाखा, भाई गुरमीत सिंह, भाई शमशेर सिंह, भाई परमजीत सिंह भिओरा, भाई जगतार सिंह तारा के नाम शामिल हैं।इसके अलावा राष्ट्रपति के नाम एक अन्य ज्ञापन के जरिए भाई राजोआना को फांसी से उम्रकैद में बदलने के मुद्दे को सुलझाने की अपील की गई है. इन मांग पत्रों में बंदी सिंहों के बारे में विस्तृत ब्यौरा दर्ज है और सरकारों के भेदभावपूर्ण रवैये का भी जिक्र है. इसके साथ ही शिरोमणि कमेटी प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब के राज्यपाल से सिख गुरुद्वारा एक्ट 1925 में पंजाब सरकार द्वारा की गई छेड़छाड़ के मामले में गंभीरता से विचार कर निर्णय लेने की मांग की.
