Punjab news point : एक अनोखी खोज में वैज्ञानिकों ने मंगल ग्रह पर एक बहुत ही विशाल और असामान्य आकार का ज्वालामुखी खोजा है जो कि एवरेस्ट से भी काफी बड़ा है. लेकिन हैरानी की बात यह है कि यह अभी पहचान में नहीं आ रहा था. मंगल की भूमध्य रेखा के पास मौजूद यह ज्वालामुखी आस के भूभाग से भी ऊंचा नहीं है और स्पष्ट पहचान में नहीं आता है. लेकिन इसकी खोज से मंगल पर पानी और बर्फ की खोज को एक दिशा मिल सकती है.इस ज्वालामुखी के बारे में कहा जा रहा है कि यह दशकों से आसानी से नहीं दिखाई देने की स्थिति में था और हाल ही में मार्स इंस्टीट्यूट चेयरमैन डॉ पास्कल ली ने अमेरिका के टैक्सास के वुडलैंड्स में हुई 55वीं लून एंड प्लैनेटरी साइंस कॉन्फ्रेंस में इस खोज का ऐलान कर विज्ञान जगत में सनसनी फैला दी है.
इस ज्वालामुखी की खोज ली और मैरीलैंड यूनिवर्सिटी के भूगर्भविज्ञान के पीएचडी छात्र सौरभ शुभम ने की है. यह ज्वालामुखी मंगल ग्रह के नोक्टिस लेबरिंथस इलाके में पाया गया है, जो कि मंगल की भूमध्य रेखा के पास गहरी कंदराओं के जाल में स्थित है और वैज्ञानिक बहुत से सैटेलाइट होने के बाद भी बहुत लंबे समय तक इसे साफ तौर पर देख नहीं पा रहे थे.