जालंधर(राजिंदर कुमार ): कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
वहीं, आपको बता दें कि कांग्रेस आलाकमान के आदेश पर आज नववोज सिंह सिद्धू के समर्थक विधायकों की आज एक महत्वपूर्ण बैठक शाम पांच बजे बुलाई गई थी। इस बैठक में अमरिंदर सिंह के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित होने की संभावना थी।
इससे पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह की आज कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी के साथ फोन पर बात हुई। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह ऐसे अपमान के साथ पार्टी में नहीं रह सकते हैं।
यह उथल-पुथल आज तब भी सामने आई जब कांग्रेस ने मुख्यमंत्री के खिलाफ शिकायतों के बीच सीएलपी की अहम बैठक बुलाई है। ऐसा माना जाता है कि कैप्टन ने पार्टी में अपने दोस्तों कमलनाथ और मनीष तिवारी से कहा था कि वह “इस तरह के अपमान के साथ पार्टी में जारी नहीं रह सकते”।
जैसे ही चर्चा शुरू हुई, पूर्व कैबिनेट मंत्री मास्टर मोहन लाल ने सिंह को भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने और कार्यभार संभालने के लिए आमंत्रित किया। इस बीच, दिल्ली से पार्टी पर्यवेक्षक अजय माकन और मनीष तिवारी का चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने स्वागत किया, जिसके बाद वे राज्य में पार्टी मुख्यालय पहुंचे।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा:
‘मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं’: कैप्टन अमरिंदर सिंह इस्तीफे के बाद | कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब कांग्रेस में महीनों तक चले संघर्ष के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया और कहा कि वह “अपमानित” महसूस करते हैं, इसलिए उन्होंने यह निर्णय लिया। उन्होंने कहा, “मैंने सोनिया गांधी को अपना संदेश दिया कि मैं इस्तीफा देने जा रहा हूं। यह तीसरी बार हो रहा है। मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं। वे उस व्यक्ति को मुख्यमंत्री बना सकते हैं जिस पर वे भरोसा करते हैं।”