Punjab news point : किसानों के आंदोलन का आज 5वां दिन है. संयुक्त किसान मोर्चा साफ कर चुका है कि वे आगामी दिनों में आंदोलन तेज करेंगे. उनकी पंजाब इकाई 18 फरवरी को जालंधर में एक बैठक करेगी और फिर समीक्षा और भविष्य की रणनीति के लिए सुझाव देने के खातिर नई दिल्ली में एनसीसी और आम सभा की बैठकें होंगी. किसानों फिलहाल पंजाब-हरियाणा के बॉर्डर पर मौजूद हैं.
शंभू बॉर्डर पर मौजूद किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने एक बार फिर से कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मुद्दे पर बोलना चाहिए. अध्यादेश के जरिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून लाया जाए. उन्होंने कहा कि हम लोग इस आंदोलन का सुखद हल चाहते हैं. हम सभी फसलों पर एमएसपी की मांग कर रहे हैं. अजय मिश्रा टेनी को केंद्रीय मंत्रीमंडल से हटाया जाए. किसान लंबे समय से टेनी को हटाए जाने की मांग कर रहे हैं.
शुक्रवार का दिन किसान प्रदर्शन के लिए काफी दुखद रहा. इस प्रदर्शन में हिस्सा लेने आए एक किसान की हार्ट अटैक से मौत हो गई. मृतक किसान की पहचान ज्ञान सिंह के तौर पर हुई. अधिकारियों ने बताया कि ज्ञान सिंह ने सुबह छाती में दर्द की शिकायत की जिसके बाद उन्हें पंजाब के राजपुरा में सिविल अस्पताल ले जाया गया. वहां से उन्हें पटियाला के राजेन्द्र अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि उसने वर्ष 2020-21 में धरना समाप्त करने के लिए किए गए वादों को पूरा न करके किसानों के मुद्दों पर माहौल खराब किया. एसकेएम ने एक बयान में कहा, एसकेएम ने आंदोलन तेज करने का फैसला किया है. श्रमिकों और अन्य सभी वर्गों के समन्वय के साथ बड़े पैमाने पर आह्वान करके आंदोलन को तेज किया जाएगा. वर्तमान में किसान शंभू बॉर्डर पर मौजूद हैं.