Punjab news point : विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को तमिलनाडु की डीएमके पार्टी पर श्रीलंका को कच्चातिवु द्वीप देने के मामले में जमकर निशाना साधा. जयशंकर ने दावा किया कि इंदिरा गांधी ने जब पांच दशक पहले श्रीलंका को भारत का यह द्वीप सौंपा था तब डीएमके भी उसके पक्ष में थी. लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान तमिलनाडु में वोटिंग से पहले एस जयशंकर कहा कि राज्य के लोगों को इस मामले की पूरी सच्चाई पता होनी चाहिए.एस. जयशंकर ने कहा, “मुझे लगता है कि जो सबसे महत्वपूर्ण है वह यह है कि तमिलनाडु के लोगों को सच्चाई पता होनी चाहिए. यह कैसे हुआ? ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब केंद्र सरकार इस मुद्दे पर बातचीत कर रही थी, तो वे वास्तव में तत्कालीन राज्य सरकार से परामर्श कर रहे थे, जिसका नेतृत्व डीएमके कर रही थी, लेकिन इसे मामले को पूरी तरह से गुप्त रखा गया था.”
विदेश मंत्री जयशंकर ने मीडिया से कहा कि दस्तावेजों को देखने से यह पता चलता हे कि डीएमके इन वार्ताओं में और इसके नतीजे में एक पक्ष थी. उन्होंने कहा कि 1973 के बाद से तत्कालीन केंद्र सरकार और विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर व्यक्तिगत रूप से तमिलनाडु सरकार और तत्कालीन मुख्यमंत्री एम करुणानिधि के साथ निरंतर और विस्तृत परामर्श किया था. द्रमुक की स्थिति यह थी कि ठीक है हम इन सभी से सहमत हैं, लेकिन आप जानते हैं सार्वजनिक रूप से हम इसका समर्थन नहीं करेंगे. सार्वजनिक रूप से हम कुछ और कहेंगे, लेकिन वास्तव में हम आपके साथ हैं.”